आखिरी शिकार-03

राज ने देखा एकाएक जान फ्रेडरिक का चेहरा विकत हो उठा और उसकी सांस तेज हो गई थी | शायद उसकी आंखों के सामने टार्चर के दृश्य घूमने लगे थे।
राज उसके दोबारा बोलने की प्रतीक्षा करने लगा।

"मेरी एक बांह कन्धे से उखाड़ चुकने के बाद" - जान फ्रेडरिक फिर बोला - "और छुरे की तेज नोक से मेरी एक आंख अपनी कटोरी से निकाल चुकने के बाद भी चीनी एजेन्ट जब मुझसे ज्योति विश्वास का पता जान पाने में कामयाब नहीं हए
तो उन्होंने मुझसे हार मान ली । उन्होंने मुझे छोड़ दिया । वैसे भी मैं उनके टॉर्चर द्वारा मौत के इतने करीब पहुंच चुका था कि मैं किसी भी क्षण दम तोड़ सकता था । इसलिये उन्होंने मुझे छोड़ दियाऔर वे रोशनी की जुबान खुलवाने के प्रयत्नों में लग गये । रोशनी पर उन्होंने यातनाओं के कौन से तरीके आजमाये, यह मैं अपनी आंखों से नहीं देख सका । पीड़ा के आधिक्य से मैं अपनी चेतना खो बैठा । बाद में मुझे रोशनी ने बताया कि क्या हआ था और जो कुछ उसने मुझे बताया उस पर मैं फौरन विश्वास नहीं कर सका ।"


"जार्ज टेलर ने हमें धोखा दिया था । मैंने और रोशनी ने नारकीय यातनायें सहकर भी अपनी जुबान बन्द रखी, लेकिन जार्ज टेलर ने एक क्षण में हमारे किये-धरे पर पानी फेर दिया । रोशनी ने मुझे बताया कि उसकी जुबान खुलवाने में भी असफल रहने के बाद जब चीनी एजेन्टों ने जार्ज टेलर पर हाथ डाला तो जार्ज ने फौरन अपनी जबान खोल दी । इससे पहले की चीनी उसे जरा भी टार्चर कर पाते, उसने उन्हें ज्योति विश्वास और हमारे अन्य साथियों का पता बता दिया । जब मुझे होश आया तो मैंने अपने आपको, रोशनी और जार्ज टेलर के साथ एक ही कमरे में बन्द पाया । मैं शारीरिक रूप से इतना छिन्न-भिन्न हो चुका था कि उसके बाद कई दिन तक मुझे होश नहीं आया था । रोशनी पर भी चीनियों ने बहुत जुल्म ढाया था । उसके शरीर के कई भागों से खून बह रहा था लेकिन जार्ज टेलर के शरीर पर एक खरोंच भी नहीं आई थी । जाहिर था कि हमारी हालत देखकर ही उसके हौसले पस्त हो गये थे, वह इतना भयभीत हो गया था कि टार्चर की नौबत आने से पहले ही उसने अपनी जुबान खोल दी थी । उसके बाद मुझे तभी पूरी तरह होश आया, जब हमें चीनी एजेन्टों के चंगुल से निकल भागने का अवसर मिला ।"

"कैसे?"

"न जाने कैसे जिस इमारत में हम गिरफ्तार थे, उसमें भीषण आग लग गई । हमें इमारत के साथ जलने से बचाने के लिये हमारे कमरे का दरवाजा भी खोला गया । उस वक्त जार्ज टेलर ने गजब की फुर्ती का परिचय दिया । उसने दरवाजा खोलने आये एक गार्ड को दबोच लिया और उसी की संगीन से उसका काम तमाम कर दिया। दूसरे गार्ड को उसने पहले गार्ड से हाथापाई में छीनी बन्दूक की गोली से उड़ा दिया । आग की वजह से इमारत में काफी हलचल मची हुई थी इसलिये हमें वहां से निकल भागने का अवसर मिल गया । जार्ज टेलर मेरे और रोशनी के लगभग मुर्दा शरीरों को घसीटता हुआ इमारत से बाहर ले आया वहां से हम एक अंधेरी गली में घुस गये । उसके बाद जार्ज टेलर हमसे अलग हो गया था । क्योंकि वह पूरी तरह स्वस्थ था इसलिये ज्यादा सहूलियत से खतरे से दूर हो गया था । हमारा तो वहां से निकल भागना एक करिश्मा ही था । हमारी इतनी बुरी हालत थी कि हमसे एक कदम आगे नहीं उठता था । हर क्षण हमें ऐसा लगता था जैसे हमारे प्राण निकल जायेंगे । लेकिन जीवित रहने की तीव्र इच्छा के कारण हमारे में कुछ ऐसी दैवी शक्ति आ गई थी कि हम किसी प्रकार अपने शरीरों को घसीट घसीट कर अपने एक गुप्त अड्डे तक पहुंच पाने में सफल हो ही गये।"

जान फ्रेडरिक एक क्षण रुका और फिर बोला - "बाद में हमें मालूम हुआ था कि चीनी सीक्रेट सर्विस ने ज्योति विश्वास का पता मिलते ही उस अड्डे पर छापा मारा था जहां ज्योति विश्वास अन्य साथियों के साथ रह रहा था । संयोगवश उस समय अड़े पर ज्योति विश्वास के साथ केवल लैला और ली ता नान ही मौजूद थे । लैला और ली ता नान सीक्रेट सर्विस के लोगों से लड़ते हुए वहीं मारे गये लेकिन ज्योति विश्वास को वे जीवित पकड़ने में सफल हो गये थे । ज्योति विश्वास ने चीनी सीक्रेट पुलिस के टार्चर चेम्बर में एड़ियां रगड़-रगड़ कर जान दे दी लेकिन उसने यह नहीं बताया कि उसके बाकी साथी कहां हैं। दस दिन बाद जब चीनी एजेन्टों के सब्र का प्याला भर गया था तो उन्होंने ज्योति विश्वास को शूट कर दिया था ।"

"तौफीक इस्माइल, जे सिंहाकुल, अनिल साहनी और तांग पेई उनकी पकड़ में नहीं आये?"

"नहीं । सौभाग्यवश वे उस समय अड्डे की ओर लौट रहे थे जब हमारे फंसे हुए साथियों में और चीनी एजेन्टों में जंग छिड़ी हुई थी । वे चुपचाप वहां से खिसक गये थे और उस गुप्त अड्डे पर पहुंच गये थे जहां मैं और रोशनी छुपे हुये थे ।"

"फिर?"

"फिर हम लोग तब तक उस गुप्त अड्डे पर छुपे रहे जब तक कि उखड़ी हुई बांह में मेरे कन्धे पर पैदा हुआ जख्म और मेरी आंख के खाली स्थान का जख्म भर नहीं गया और जब तक रोशनी भी

पूर्णतया स्वस्थ नहीं हो गई । रोशनी ने जब उन्हें बताया कि ज्योति विश्वास. लैला और ली ता नान की हत्या का जिम्मेदार जार्ज टेलर था तो एक बार तो किसी को विश्वास ही नहीं हुआ। ज्योति विश्वास के बाद वह हमारी टोली का सबसे बहादुर और मजबूत आदमी माना जाता था । किसी को भी उससे ऐसे व्यवहार की अपेक्षा नहीं थी लेकिन हकीकत को भी झुठलाया नहीं जा सकता था । हकीकत हमारे लीडर सहित हमारे तीन साथियों की मौत के रूप में और टार्चर से क्षत-विक्षत हमारे शरीरों के रूप में उनके सामने थी । उन्हें रोशनी की बात पर विश्वास करना पड़ा । जार्ज टेलर वाकई टार्चर से डर गया था ।"

"फिर ?" - राज मन्त्रमुग्ध स्वर में बोला ।

"तौफीक इस्माइल के दिमाग में यह बात कील की तरह ठुक गई कि उसकी प्रेमिका लैला की मौत का और उसके लीडर ज्योति विश्वास की मौत का और उसके साथी ली ता नान की मौत का इकलौता जिम्मेदार जार्ज टेलर ही था । उसने उसी क्षण सबके सामने कसम खाई कि जब तक वह जार्ज टेलर को तलाश करके उसकी हत्या नहीं कर देगा, चैन से नहीं बैठेगा । अपने साथियों कि मौत का हमें भी उतना ही गम था जितना कि तौफीक इस्माइल को था इसलिये हमने भी उसके साथ कसम खाई कि या तो हम जार्ज टेलर का काम तमाम कर देंगे और या खुद हम दुनिया से उठ जायेंगे ।"

जान फ्रेडरिक एक क्षण रुका और फिर बोला - "फिर मामला ठण्डा पड जाने के बाद हम छ: आदमी चीन से सुरक्षित निकल आये । मुझे मालूम था कि जार्ज टेलर लन्दन का रहने वाला है । हम उसकी तलाश में लन्दन पहुंचे । लेकिन इससे पहले कि हम उसे तलाश करके उसका काम तमाम कर पाते उसने हमारे तीन आदमियों का काम तमाम कर दिया ।"

"कैसे?"

"क्योंकि किसी प्रकार उसे भी खबर लग गई थी कि हम उसे तलाश कर रहे हैं । उसे हमारा इरादा भांपते देर नहीं लगी होगी । उसे अपनी सुरक्षा इसी में दिखाई दी होगी कि इससे पहले कि हम उसका काम तमाम कर पायें, वह हमारा काम तमाम कर दे । मिस्टर, हम छ: थे, वह अकेला है लेकिन फिर भी वह यहीं लन्दन में हमारे तीन साथियों को मौत के घाट उतारने में सफल हो गया । उसकी एक वजह यह भी थी कि हम तकदीर से मार खाये हुये, थके हारे, कमजोर और बीमार आदमी थे लेकिन वह पहले की ही तरह तरोताजा था ।"

"लेकिन ऐसा हुआ कैसे?"

"वही बताने जा रहा हूं । उसका पहला शिकार तांग पेई बना । तांग पेई को उसका कोई सुराग मिल गया था । वह जार्ज टेलर की तलाश में गया और फिर वापिस नहीं लौटा । फिर एक दिन उसकी लाश टेम्स नदी में तैरती पाई गई। पुलिस की निगाहों में तांग पेई ने नदी में कूद कर आत्महत्या की थी लेकिन हकीकत केवल हम जानते थे । उसकी मौत का जिम्मेदार जार्ज टेलर था । फिर जे सिंहाकुल गया ।"

"वह कैसे मरा?"

"उसे भी जार्ज टेलर का कोई सुराग मिला था । वह भी जार्ज टेलर की तलाश में गया था । उसका शरीर रेलवे लाइन पर पड़ा पाया गया था । ट्रेन से उसके टुकड़े-टुकड़े हो गये थे । पुलिस की तफ्तीश के अनुसार उसकी मौत केवल एक दुर्घटना थी लेकिन हम जानते थे कि वह भी जार्ज टेलर का शिकार हुआ था ।"

“और तौफीक इस्माइल ?" “अपने दो साथियों के गुजर जाने तक हम काफी सावधान हो गये थे लेकिन फिर भी तौफीक इस्माइल धोखा खा गया और जार्ज टेलर का शिकार बन गया ।"

"कैसे?"

"तौफीक इस्माइल हमसे अलग अपने कुछ अरब साथियों के साथ रहता था । उस दिन आधी रात को किसी ने उनके घर का दरवाजा खटखटाया । बाहर एक आदमी खड़ा था । उसने अरब के हाथ में एक लिफाफा रख दिया जिस पर तौफीक इस्माइल लिखा था । अरब ने लिफाफा लेकर दरवाजा बन्द कर दिया और लिफाफा तौफीक इस्माइल के पास पहुंचा दिया । लिफाफे में तौफीक इस्माइल के नाम का एक चिट्ठी थी । साहनी, मिस्टर राज को चिट्ठी दिखाओ।"
अनिल साहनी ने अपनी जेब से एक मुड़ा-तुड़ा कागज निकाल कर राज की ओर बढ़ा दिया ।

राज ने कागज खोलकर पढा ।

वह अंग्रेजी में लिखा एक पत्र था जिसका आशय था कि तौफीक इस्माइल पत्रवाहक के साथ फौरन रवाना हो जाये । नीचे ज्योति विश्वास के हस्ताक्षर थे और लगभग सप्ताह पहले की तारीख थी।

"यह हस्तलेख हूबहू ज्योति विश्वास का है ।" - जान फ्रेडरिक बोला - "हम सब अपने लीडर का हस्तलेख अच्छी तरह पहचानते थे । तौफीक इस्माइल भी वह हस्तलेख पहचानता था इसलिये पत्रवाहक के साथ फौरन रवाना हो गया ।"

"लेकिन वह तो जानता था कि ज्योति विश्वास मर चुका था !"

"जानता था लेकिन उसने या हममें से किसी ने अपने लीडर की लाश नहीं देखी थी । हमें केवल सूचना मिली थी कि ज्योति विश्वास चीनियों द्वारा शूट कर दिया गया था । ज्योति विश्वास लिखित चिट्ठी आंखों के सामने देखकर शायद तौफीक इस्माइल ने सोचा हो कि ज्योति विश्वास जिन्दा था और चीनियों की गिरफ्त से निकल भागने में सफल हो गया था। लेकिन संयोगवश एक बात तो उसे मालूम नहीं थी और एक दूसरी बात उसे सूझी नहीं थी ।"

"क्या?"

"जो बात उसे मालूम नहीं थी वह यह थी कि जार्ज टेलर ज्योति विश्वास के हस्तलेख की हूबहू नकल कर लेता है और जो बात वह भूल गया था या यूं कहना चाहिये कि अपने लीडर के जीवित होने की सम्भावना पर विचार करते हुये जोश में आकर भुला बैठा था, वह यह थी कि अगर ज्योति विश्वास जीवित भी था तो उसे यह कैसे मालूम हुआ कि तौफीक इस्माइल लन्दन में था और कहां था ?"

“खैर, फिर ?" "तौफीक इस्माइल उस आदमी के साथ रवाना हो गया जो कि चिट्ठी लाया था । अगली सुबह उसी इलाके की एक अन्य सड़क पर तौफीक इस्माइल की लाश पाई गई । उसके गले में आठ इंच लम्बा छुरा घुपा हुआ था और उसकी जेबें खाली थीं । पुलिस ने इसे डाकाजनी की वारदात की संज्ञा दी।"

"उस आदमी का कुछ पता लगा जो चिट्ठी लेकर आया था?"

"हमने पता लगाने की कोशिश की लेकिन हम नाकामयाब रहे । हालांकि जिस अरब ने उसे दरवाजा खोला था, उसने हमें उस आदमी का हुलिया बड़ी अच्छी तरह बताया था । वह एक लाल चेहरे वाला लम्बा तडंगा अंग्रेज था । उसके चेहरे पर चेचक के दाग थे, माथे पर एक चोट का लम्बा निशान था और नाक जरूरत से ज्यादा बड़ी थी लेकिन अपनी भरपूर कोशिशों के बावजूद हम उसका या जार्ज टेलर का पता पाने में नाकामयाब रहे । केवल हमने इतनी सावधानी बरती है कि हम अधिक से अधिक समय तक इकट्ठे रहने की कोशिश करते हैं और किसी आकस्मिक आक्रमण के प्रति पहले से दस गुणा अधिक चौकन्ने रहते हैं ।"

राज चुप रहा।

"हम जो जार्ज टेलर तक पहुंच नहीं पा रहे हैं" - जान फ्रेडरिक बोला - "उसका मुख्य कारण यह है कि जार्ज टेलर हमें अच्छी तरह जानता है । वह यह भी जानता है कि हम उसे तलाश कर रहे हैं और क्यों तलाश कर रहे हैं । इसलिये वह हमारे प्रति पूरी तरह सावधान है । जब तक हममें से कोई सुराग निकाल पाता है तब तक वह उसका काम तमाम कर देता है । अन्त में हम बचे हुये तीनों साथी इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि जब हब हमें किसी बाहरी आदमी की मदद नहीं मिलेगी, हम उसे तलाश नहीं कर पायेंगे । और मिस्टर राज, वह बाहरी आदमी तुम हो सकते हो । तुम जार्ज टेलर को तलाश करने में हमारी मदद कर सकते हो।"

"आप लोग चाहते हैं कि मैं जार्ज टेलर की हत्या करने में आपकी सहायता करू?"

"यह कर सको तो बात ही क्या है लेकिन हम कम से कम उसकी तलाश में तो तुम्हारी सहायता की अपेक्षा कर ही रहे हैं।"

"आई सी ।" - राज बोला - "आई सी ।"

उसने देखा तीनों व्यक्तियों की व्यग्र निगाहें उसके चेहरे पर टिकी हुई थीं।

"साथियो !" - अन्त में राज निर्णयात्मक स्वर में बोला - "मुझे मालूम नहीं था कि मुझसे ऐसी किसी सहायता की मांग की जायेगी । और न ही मुझे आप लोगों की ऐसी कोई सहायता करने का निर्देश दिया गया है । मेरे विभाग के चीफ ने मुझे केवल इतना कहा था कि सी बी आई के छ: एजेन्ट लन्दन में कहीं फंसे हुये थे और मुझे उनको लन्दन से निकालकर भारत लाने में उसकी सहायता करनी थी।"

"तुम्हारे विभाग के चीफ ने हमें गलत समझा है ।" - अनिल साहनी शायद पहली बार बोला, उसके स्वर में कड़वाहट थी - "हम यहां फंसे हुये नहीं हैं । हमें यहां से निकलने के लिये किसी की सहायता की जरूरत नहीं है । अगर चीन से निकलकर इंग्लैंड पहुंचने में हमें किसी सहायता की जरूरत नहीं पड़ी तो यहां से भारत पहुंचने में भी हमें किसी की सहायता की जरूरत नहीं पड़ेगी । जब तक जार्ज टेलर जिन्दा है, हममें से कोई भारत नहीं जाना चाहता । अगर तुम उसको तलाश करने की दिशा में हमारी कोई सहायता कर सकते हो तो ठीक है, वर्ना नमस्ते ।"

"मैं अभी तो की उत्तर नहीं दे सकता ।" - राज धीरे से बोला।

"तुम कब उत्तर दे सकते हो?" - जान फ्रेडरिक बोला।

"मुझे कम से कम चौबीस घन्टे का समय दो ।" - राज बोला।

"वैरी वैल | जहां हमने एक साल इन्तजार किया है, वहां एक दिन और सही । कल हम फिर तुमसे सम्पर्क स्थापित करेंगे।"

"नहीं ।" - राज जल्दी से बोला - "कल मैं आपसे सम्पर्क स्थापित करूगा । अगर आप अपने मददगार मिलर से पूछे तो वह आपको बतायेगा कि मेरे होटल से किसी ने हमारा पीछा करने की कोशिश की थी लेकिन मिलर की चालकी से हमारा पीछा करने वालों से जल्दी ही पीछा छूट गया था । और मुझे सन्देह है कि मेरे होटल में मेरा टेलीफोन भी टेप किया हुआ है।"

"तुम हमसे कैसे सम्पर्क स्थापित करोगे ?" “

आप लोग मुझे इस इमारत का पता दीजिये | कल रात को मैं यहां पहुंच जाऊंगा ।"
जान फ्रेडरिक ने पहले अनिल साहनी और फिर रोशनी की ओर देखा।
सबके चेहरों पर झिझक के चिन्ह थे ।



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