"उसकी
जरूरत नहीं ।"
- पुलिसमैन निर्णायात्मक स्वर से
बोला - "आपने उस
एक हाथ और
एक आंख वाले
को नहीं देखा
न !"
"जी नहीं।"
"दैन थैक्यू ।” - और
पुलिसमैन घूमने के लिये
मुड़ा।
गंजे ने पुलिसमैन
की बांह थाम
ली और उसके
कान में कुछ
फुसफुसाया जिसे सुनकर
पुलिसमैन अपनी बांह
छुड़ाता हुआ झुंझलाये
स्वर से बोला
- “क्यों वक्त बरबाद
करवा रहे हो
? अगर यह संदिग्ध
आदमी है तो
हमें इसकी तलाश
तो है नहीं
।" पुलिसमैन आगे बढ
गया।
गंजा बड़बड़ाता हुआ
उसके पीछे चला
|
राज ने द्वार
बन्द कर लिया
और ड्राईगरूम की
खिड़की पर पहुंचकर
उसने एक सिगरेट
सुलगाया । फिर
पर्दा थोड़ा-सा
सरकाकर वह बाहर
झांकने लगा ।
उसने गंजे को
बगल के काटेज
में प्रविष्ट होते
देखा । कुछ
क्षण बाद राज
खिड़की से हट
गया और पिछले
बरामदे में पहुंचा
। उसी क्षण
कोई काटेज की
पिछली दीवार फांदकर
पिछले यार्ड में
कूदा । राज
हड़बड़ा गया ।
जब वह आदमी
सीधा हुआ तो
राज की निगाह
उसके चेहरे पर
पड़ी । उसने
शांति की सांस
ली । वह
अनिल साहनी था
। फिर उसे
दीवार पर रोशनी
दिखाई दी ।
अनिल साहनी ने
उसे सहारा देकर
नीचे उतार लिया
।
दोनों बरामदे में
आकर राज की
बगल में आ
खड़े हुये।
"तुम लोग यहां
कैसे ?" - राज ने
पूछा। "और कहां
जाते ?" - रोशनी बोली - "इधर
ही फ्रेडरिक आया
था, तुम भी
आये थे ।
अगर हम यहां
न आते तो
शायद हमारा फिर
मिलाप भी नहीं
हो पाता ।"
"तुमने बहुत खतरा
उठाया । यहां
हर कोने में
पुलिस मौजूद है।"
“यह खतरा उठाना
जरूरी था ।
फ्रेडरिक कहां है
“यहीं है ।"
- राज बोला ।
उसने बाथरूम का
दरवाजा खोला। फ्रेडरिक और
मार्गरेट बाहर निकल
आये। फ्रेडरिक अभी
भी मार्गरेट को
कवर किये हुये
था
"यह मारिट है ।"
- राज बोला - "जार्ज
की बहन ।
इसके कथनानुसार टेलर
मर चुका है
।"
"नानसैंस ।" - रोशनी बोली
- "टेलर जिन्दा है
उसी क्षण अचानक
राज की निगाह
बगल के काटेज
के बैकयार्ड की
ओर उठ गई
। दोनों ।
काटेजों की पिछली
दीवार के पीछे
हावर्ड खड़ा उनकी
ओर देख रहा
था।
राज बन्दूक से
छूटी गोली की
तरह झपटा और
दीवार फांदकर उस
काटेज में पहुंच
गया । हावर्ड
अभी बरामदा ही
क्रॉस कर पाया
था कि राज
ने उसे जा
दबोचा । उसने
एक बांह हावर्ड
की गरदन के
गिर्द लपेट दी
ताकि वह चिल्ला
न पाये
और दूसरे हाथ
से ताबड़तोड़ पांच-छ: घूसे
उसकी पसलियों में
जमा दिये ।
हाबर्ड की आंखें
उलट गई ।
उसका निश्चेष्ट शरीर
राज की बांहों
में लटक गया
।
राज ने उसे
वहीं डाल दिया
और दीवार के
पास पहुंचा और
दूसरी ओर खड़े
साहनी को संकेत
किया ।
रोशनी, फ्रेडरिक और साहनी
सब दीवार फांदकर
हावर्ड के काटेज
में पहुंच गये।
राज ने हावर्ड
के निश्चेष्ट शरीर
को उसके बैडरूम
के पलंग पर
डाल दिया और
सबके साथ उसके
ड्राईगरूम में पहुंच
गया।
"हावर्ड
यहां अकेला ही
रहता है ।"
- राज बोला - "वह
पुलिस का विश्वसनीय
व्यक्ति मालूम होता है
। वह फ्रेडरिक
की तलाश में
सहायता कर रहा
था । पुलिस
को ख्वाब में
भी यह नहीं
सूझेगी कि हम
हावर्ड के काटेज
में छुये हुये
हैं।"
"लेकिन कोई हावर्ड
को पूछने तो
यहां आ सकता
है ?" - साहनी बोला ।
“आने दो ।
जब उसे उत्तर
नहीं मिलेगा तो
यह समझकर चला
जायेगा कि वह
घर में नहीं
है ।"
“अब इरादा क्या
है ?" - रोशनी बोली।
"राज के कथनानुसार
मेरी ने उसे
बताया है" - फ्रेडरिक
बोला - "कि डेनवर
के पास टेलर
का कोई टापू
है । उस
टापू की खबर
मारिट को जरूर
होगी । हमें
मारिट से उस
टापू के बारे
में पूछना चाहिये
। सम्भव है
टेलर वहां छुपा
हुआ हो ।"
"लेकिन मार्गरेट कहती है
कि टेलर मर
चुका है ।"
- राज बोला - "और
उसको विदेश मंत्रालय
द्वारा इस तथ्य
की प्रमाणिक सूचना
भी मिल
चुकी है।"
"वह बकवास करती है
।" - रोशनी क्रोधित स्वर
से बोली - "अगर
टेलर मर चुका
है तो क्या
तौफीक इस्माइल, जे
सिंहाकल और तांग
पेई उसके भूत
द्वारा मारे गये
हैं ? क्या मेरी
को टेलर के
भूत ने सीढियों
से धक्का दिया
था । मुझे
लगता है कि
टेलर के इशारे
पर ही वह
हमें यह विश्वास
दिलाने की कोशिश
कर रही है
कि उसका भाई
मर चुका है
ताकि हम उसकी
तलाश करना बन्द
कर दें।"
“यह हो सकता
है ।" - राज
ने स्वीकार किया
"उससे टेलर के
टापूका पता पूछो
। फिर हम
उसे भी अपने
साथ ले जायेंगे
| हावर्ड के जरिये
सबको मालूम हो
जायेगा कि मार्गरिट
को हम अपने
साथ ले गये
हैं । यह
बात अगर टेलर
को मालूम होगी
तो वह अपनी
बहन की तलाश
में हमारे पीछे
जरूर आयेगा ।
फिर हम उससे
निपट लेंगे।"
फ्रेडरिक और साहनी
ने भी सहमति
से सिर हिलाया।
“मैं मार्गरेट से
अकेले में बात
करना चाहता हूं।"
- राज बोला।
"जरूर करो लेकिन
उसे यह जरूर
बता देना कि
जो पूछा जायेगा
उसे बताना पड़ेगा
। हमें उसकी
जुबान जबरदस्ती खुलवाने
के तरीके भी
आते हैं
राज मार्गरेट को
बुला कर बगल
के एक कमरे
में ले आया
और द्वार भीतर
से बन्द कर
लिया ।
"बैठो ।" - राज बोला।
मार्गरेट एक कुर्सी
पर बैठ गयी
। राज उसके
सामने बैठ गया
और मीठे स्वर
से बोला - "तुम
बहुत अच्छी लड़की
हो । मैं
नहीं चाहता कि
तुम्हें इन लोगों
के हाथों किसी
प्रकार का नुकसान
पहुंचे ।"
"लेकिन ये लोग
हैं कौन ?" - मार्गरेट
ने पूछा ।
"जान फ्रेडरिक की तरह
ये दोनों भी
तुम्हारे भाई के
नौ साथियों में
से हैं ।
लड़की का नाम
रोशनी है और
उस लम्बे हिन्दोस्तानी
का नाम अनिल
साहनी है।"
"ये लोग चाहते
क्या हैं ?"
राज कुछ क्षण
हिचकिचाया फिर बोला
- "ये लोग तुम्हारे
भाई की हत्या
करना चाहते हैं
।"
"मेरा भाई तो
पहले ही मर
चुका है ।"
"उन्हें इस बात
का विश्वास नहीं
है । रोशनी
के ख्याल से
तुम अपने भाई
के कहने पर
वह झूठी कहानी
सुना रही हो
ताकि ये लोग
तुम्हारे भाई की
तलाश बंद कर
दें।"
"लेकिन ये लोग
उसकी हत्या करना
क्यों चाहते हैं?
वह तो इनका
साथी था !"
“उसने इन्हें धोखा
दिया था ।
तुम्हारा भाई ही
उस दस आदिमयों
की टीम की
तबाही का कारण
है जो चीन
में जासूसी कर
रही थी।"
"क्या किया था
मेरे भाई ने
?"
"उसने अपने साथियों
को धोखा दिया
। एक साल
पहले चीन में
तुम्हारा भाई फ्रेडरिक
और रोशनी चीनियों
की पकड़ में
आ गये | चीनियों
ने फ्रेडरिक और
रोशनी को बुरी
तरह टार्चर किया
और उनके लीडर
ज्योति विश्वास का पता
जानने की कोशिश
की लेकिन उन्होंने
अपनी जुबान नहीं
खोली । फ्रेडरिक
की तो उन्होंने
एक बांह उखाड़
दी, एक आंख
तक निकाल दी
लेकिन उसने ज्योति
विश्वास का पता
नहीं बताया ।
रोशनी पर भी
कम जुल्म नहीं
ढाये गये लेकिन
उसने भी अपनी
जुबान नहीं खोली
। फिर बारी
आयी तुम्हारे भाई
की । लेकिन
उस पर कोई
जोर-जबरदस्ती करने
की जरूरत ही
नहीं पडी। उसने
टार्चर से पहले
ही चीनियों को
बता दिया कि
ज्योति विश्वास कहां छपा
हुआ था ।
उस गद्दारी का
नतीजा यह हुआ
कि ज्योति विश्वास
और उसके दो
सहयोगी - लैला नाम
की लड़की और
ली ता नान
नाम का चीनी
मौत के घाट
उतार दिये गये
। ये तीनों
व्यक्ति तुम्हारे भाई से
अपने साथियों की
मौत का बदला
लेना चाहते हैं
।"
"लेकिन यह झूठ
है" - मारिट तीव्र स्वर
में बोली - "असम्भव
है । मेरा
भाई ऐसा नहीं
कर सकता | वह
गद्दार नहीं ।
वह कमजोर दिल
इन्सान नहीं | वह किसी
को धोखा नहीं
दे सकता ।"
"लेकिन उसने धोखा
दिया ।"
"मुझे विश्वास नहीं ।"
"तुम्हारे विश्वास करने या
न करने से
कुछ नहीं होता
। इन लोगों
को तुम्हारे भाई
की गद्दारी पर
विश्वास है।"
"और तुम्हें भी ?"
राज चुप रहा।
राज चुप रहा।
"तुम कभी मेरे
भाई से मिले
हो ?"
"नहीं ।" - राज कठिन
स्वर से बोला
।
"इसीलिये तुम्हें इन लोगों
पर विश्वास है।
इसलिये भी कि
उनमें से दो
तुम्हारे देश के
हैं। लेकिन अगर
तुम मेरे भाई
से मिले होते
तो तुम इस
बारे में सोचते
भी नहीं कि
मेरा भाई गद्दार
हो सकता है।"
"लेकिन हकीकत सामने है
। फ्रेडरिक की
फूटी आंख, उसके
कन्धे से उखाड़
दी गयी बांह
और रोशनी का
क्षत-विक्षत शरीर
इस बात का
सबूत है कि
जो ये लोग
कहते हैं, वह
सच है।"
"कहीं कोई गड़बड़
जरूर है ।"
- मारिट दृढ स्वर
से बोली - "अब
ये लोग चाहते
क्या हैं ?"
“जार्ज को खोज
निकालना । और
सच पूछो तो
ये लोग तुम्हारे
भाई को खोज
निकालने में तुम्हारी
मदद चाहते हैं।"
"ये एक ऐसे
आदमी को खोज
निकालना चाहते हैं जो
छ: महीने पहले
मर चुका है
।" "ऐसा ही
समझ लो।" "कैसे
खोजेंगे ये मेरे
भाई को ?"
"तुम्हारे भाई का
डेनवर के पास
कोई टापू है
?" "तुम्हें कैसे मालूम
?" - मारिट हैरानी से बोली
।
"सवाल मत करो
| मेरे सवाल का
जवाब दो ।"
"हां है ।"
"तुम्हें मालूम है, वह
टापू कहां है
?"
"मालूम है ।
अपने भाई की
मृत्यु के बाद
अब उस टापू
की स्वामिनी मैं
हूं।"
"तुम्हें हम लोगों
को उस टापू
तक ले जाना
है।" “और आप
लोग समझते हैं
कि मेरा भाई
वहां छुपा हुआ
है ?"
"मुझे नहीं मालूम
लेकिन बाहर बैठे
लोगों को विश्वास
है कि तुम्हारा
भाई तुम्हें मुक्त
कराने के लिये
उनके पीछे जरूर
आयेगा ।"
“कब्र में से
उठकर ।" - मार्गरेट
व्यंग्यपूर्ण स्वर में
बोली।
राज चुप रहा।
"अगर मैं उन्हें
उस टापू तक
न ले जाऊं
तो?"
"तुम समझदार लड़की हो
। मुझे विश्वास
है तुम ऐसी
कोई जिद नहीं
करोगी । तुमने
जान फ्रेडरिक की
दाई आंख पर
चढा पैच देखा
है ?
तुमने उस बेचारे
का दायां कन्धा
देखा है जहां
से एक समूची
बांह उखाड़ ली
गयी है ? क्या
तुम चाहोगी कि
वे लोग तेज
धार वाले चाकू
से तुम्हारी भी
आंखें निकाल लें
या तुम्हारी बांह
तुम्हारे कन्धे से उखाड़
दें । क्या
तुम यह भीषण
यातना बरदाश्त कर
सकती हो?"
मार्गरेट का चेहरा
राख की तरह
सफेद हो गया
।
"तुम्हारी सूरत बता
रही है, तुममें
इतनी हिम्मत नहीं
। इस हालत
में तुम्हारे लिये
यही अच्छा है
कि जो वे
चाहते हैं तुम
करो । तुम
इन लोगों को
उस टापू तक
ले जाओ ।
बदले में मैं
तुमसे वादा करता
हूं कि ये
तुम्हें किसी प्रकार
की शारीरिक हानि
नहीं पहुंचायेंगे ।
वैसे भी अगर
तुम्हें
विश्वास है कि
तुम्हारा भाई मर
चुका है तो
तुम्हें इन लोगों
को टाप तक
ले जाने से
कोई नकसान नहीं
पहुंचने वाला है
। मरे हुये
आदमी को ये
लोग दुबारा नहीं
मार सकते ।"
"अगर मेरा भाई
जिन्दा है" - मारिट एक-एक शब्द
पर जोर देती
हुई बोली - "तो
उस टापू पर
इन लोगों की
खैर नहीं ।
उस टापू का
चप्पा चप्पा जार्ज
का जाना-पहचाना
है । वह
इन लोगों को
भूनकर रख देगा
और इन्हें खबर
भी नहीं होगी
। वैसे सम्भव
यह भी है
कि वे खुद
ही परलोक सिधार
जायें |"
"क्या मतलब?"
"उस टापू पर
साल में आठ
महीने धुंध छाई
रहती है और
वहां ऐसा भयंकर
दलदल है कि
अनजान आदमी का
टापू पर पांव
रखना खतरनाक है
। इन लोगों
को खबर भी
नहीं होगी और
कोई दलदल उन्हें
निगल जायेगा ।"
राज के शरीर
में सनसनी-सी
दौड़ गई ।
"जार्ज और मेरे
अतिरिक्त कोई नहीं
जानता कि उस
टापू के भयंकर
दलदल कहां हैं
। इन लोगों
का उस टापू
पर कदम रखना
ही अपनी मौत
को बुलाना देना
है।"
"यानी कि तुम
इन लोगों को
टापूतक ले जाने
के लिये तैयार
हो?" - राज बोला
।
मार्गरेट एक क्षण
हिचकिचाई फिर उसने
धीरे से सहमतिसूचक
ढंग से सिर
हिला दिया ।
दिन ढल चुका
था।
जान फ्रेडरिक, अनिल
साहनी, रोशनी, राज और
मारिट चुपचाप हावर्ड
के काटेज के
बाहरी कमरे में
बैठे थे ।
वे लोग गहन
अन्धकार छा जाने
की प्रतीक्षा कर
रहे थे।
हावर्ड पिछवाड़े के बैडरूम
में पड़ा था
। एक पलंग
की चादर फाड़कर
रस्सी बना ली
गई थी
और उसी से
उसके हाथ-पांव
और मुंह बांध
दिये गये थे।
जब काफी अन्धेरा
हो गया तो
राज अपने स्थान
से उठ खड़ा
हुआ । उसने
प्रश्नसूचक नेत्रों
से जान फ्रेडरिक
की ओर देखा
।
जान फ्रेडरिक ने
सहमतिसूचक ढंग से
सिर हिला दिया।
"चलो ।" - राज मार्गरेट
के समीप पहुंचकर
उसकी बांह थामता
हुआ बोला | मार्गरेट
चुपचाप उठ खड़ी
हुई।
दोनों काटेज के
पिछवाड़े में आ
गये ।
 लोग पहले
ही मालूम कर
चुके थे कि
मारिट के पास
कार थी ।
तय यह हुआ
कि राज मारिट
के साथ उसके
काटेज में जायेगा,
मारिट गैरेज से
कार निकालेगी, राज
उसके साथ कार
में छुपा रहेगा
ताकि मारट भाग
न सके ।
मार्गरेट कार को
कम्पाउण्ड में से
बाहर निकाल ले
जायेगी और फिर
उसे घुमाकर हावर्ड
के काटेज के
पिछवाड़े में ले
आयेगी । जान
फ्रेडरिक, रोशनी और अनिल
साहनी पिछवाड़े से
छुपकर कार में
सवार हो जायेंगे
।
राज और मार्गरेट
दीवार फांदकर मार्गरेट
के काटेज के
बैक यार्ड में
पहुंच गये ।
इमारत के बीच
में से ही
साइड में बने
गैरेज में जाने
का रास्ता था
। दोनों बिना
काटेज की कोई
बत्ती जलाये गैरेज
में पहुंच गये
।
राज के संकेत
पर मार्गरेट कार
की ड्राइविंग सीट
पर बैठ गई।
उसने कार का
इंजन चालू कर
दिया |
राज अंधेरे में
टटोलता हुआ आगे
बढा । उसने
गैराज का दरवाजा
थोड़ा-सा खोला
और बाहर झांका
।
बाहर का दृश्य
देखकर वह सन्नाटे
में आ गया
।
सशस्त्र पुलिस के कई
सिपाही दबे पांव
मिशन कम्पाउन्ड में
दाखिल हो रहे
थे ।
उसने तत्काल गैरेज
का द्वार बन्द
कर दिया ।
"मारिट" - वह तीव्र
स्वर से बोला
- "इंजन बन्द कर
दो और कार
से बाहर निकल
आओ।"
"क्या हुआ?" - मारिट बोली ।
उसने इंजन तत्काल
बंद कर दिया।
"पुलिस !" मार्गरेट कार से
बाहर निकल आई
। "लेकिन पुलिस तो
जा चुकी थी
!” - वह बोली ।
"पुलिस फिर वापिस
आ गई है
और इस बार
पूरी सशस्त्र फौज
आई है ।
लगता है उन्हें
हमारा कोई नया
सुराग मिल गया
है।"
राज मार्गरेट की
बांह थामें पिछले
यार्ड में आ
गया।
वह लपककर पिछली
दीवार पर चढ
गया । उसने
पिछली ओर की
गली में दायें-बायें झांककर देखा।
गली सुनसान पड़ी
थी । दाई
ओर गली के
मोड़ पर एक
बिजली का बल्ब
जल रहा था
जिसका प्रकाश उस
स्थान तक नहीं
पहुंच रहा था
।
राज ने मारिट
को सहारा देने
के लिये उसकी
ओर हाथ बढ़ा
दिया ।
अगले ही क्षण
मार्गरेट भी दीवार
पर थी ।
दोनों चुपचाप पिछवाड़े
की गली में
कूद गये ।
वे दबे पांव
गली में आगे
बढे ।
उसी क्षण राज
को गली के
मोड़ के समीप
के एक लैम्प
पोस्ट के पास
खड़ा एक पुलिसमैन
दिखाई दिया।
मार्गरेट ठिठकी।
“रुको मत ।"
- राज उसकी बांह
पकड़कर उसे जबरदस्ती
आगे चलाता हुआ
फुसफुसाया - “बढती रहो
। अगर हम
रुके या वापिस
घूमने की कोशिश
की तो उसे
सन्देह हो जायेगा।"
मार्गरेट ने सहमतिसूचक
ढंग से सिर
हिला दिया ।
"तैयार रहना ।"
- राज बोला - "मेरा
संकेत मिलते ही
भाग खड़ी होना
। और कोई
शरारत मत करना।"
"कैसी शरारत ?" "मुझसे अलग होकर
गायब हो जाने
की कोशिश मत
करना । शायद
तुम्हारे भाई की
जिन्दगी तुम्हारी वजह से
ही बचने वाली
हो ।"
"मेरा भाई मर..."
"यह बहस करने
का वक्त नहीं
। तुम हजार
बार कह चुकी
हो कि तुम्हें
अपने भाई के
जीवित होने का
विश्वास नहीं ।"
मार्गरेट चुप हो
गई।
जहां पुलिसमैन खड़ा
था उसने पचास
गज पहले ही
बाई ओर एक
गली मुड़ती थी
। राज और
मार्गरेट उस गली
की ओर घूमे
। "ठहरो !" - पुलिसमैन का अधिकारपूर्ण
स्वर गली में
गूंज गया।
दोनों ठिठक गये।
पुलिसमैन लम्बे डग भरता
उनकी ओर बढा
।
"तैयार ?" - राज सिगरेट
के कान में
फुसफुसाया ।
"तुमने हमें आवाज
दी है ?" - राज
उच्च स्वर में
बोला और फिर
लम्बे डग भरता
समीप आते पुलिसमैन
की ओर बढा
।
पुलिसमैन उसके समीप
आकर रुक गया
। वह लैम्प
पोस्ट से इतनी
दूर आ गया
था कि लैम्प
पोस्ट का प्रकाश
वहां तक नहीं
पहुंच रहा था
। वह अन्धकार
में घूर-घूरकर
राज की सूरत
देखने की कोशिश
करने लगा |
"क्या बात है
?" - राज बोला ।
"कौन हो तुम
?" - पुलिसमैन बोला - "और इस
गली में क्या
कर रहे हो?"
उसी क्षण राज
की निगाह गली
के मोड़ की
ओर उठ गई।
दो पुलिसमैन गली
में प्रविष्ट हो
रहे थे ।
एक क्षण की
देर भी खतरनाक
सिद्ध हो सकती
थी। उत्तर के
स्थान पर राज
का दायां हाथ
बिजली की तरह
हवा में घूमा
और एक प्रचण्ड
पूंसा पुलिसमैन के
जबड़े से टकराया
।
"भागो ।" - राज दबे
स्वर से चिल्लाया
।
मार्गरेट बाई ओर
की गली में
भाग खड़ी हुई।
पुलिसमैन जमीन पर
पड़ा धूल चाट
रहा था ।
राज जी छोड़कर
बाई ओर की
गली में मारिट
के पीछे भागा।
उसी क्षण उसके
कानों में कम्पाउन्ड
की ओर से
आती फायरिंग की
आवाज पड़ी।
साथ
ही पुलिसमैनों के
भारी बूटों की
आवाज से अन्धेरी
गली गूंज उठी।
जान फ्रेडरिक यों ही पिछवाड़े के किचन में गया । संयोगवश ही उसको यह ख्याल आया था कि वह पिछवाड़े के बैडरूम में बंधे पड़े हावर्ड को देखता जाये।
उसने बैडरूम का दरवाजा खोला ।
हावर्ड गायब था ।
जान फ्रेडरिक कुछ क्षण हक्का-बक्का-सा खाली कमरे को देखता रहा फिर उसकी दक्ष निगाह कमरे में चारों ओर फिर गई।
जिन रस्सियों से हावर्ड को बांधा गया था, वे खुली हुई फर्श पर पड़ी थीं । हावर्ड किसी प्रकार अपने बन्धन खोलने में सफल हो गया था और तब वह, रोशनी और अनिल साहनी सामने के कमरे में बैठे थे तब हावर्ड चुपचाप पिछवाड़े के रास्ते वहां से खिसक गया था ।
हावर्ड कब से उस कमरे से गायब था, यह जानने का उसके पास कोई साधन नहीं था। और यही सबसे बड़ी चिन्ता का विषय था । फिर उसने अपने हाथ में थमी सैंडविच को बैडरूम के फर्श पर फेंक दिया और भागता हआ सामने कमरे में पहुंचा।
"क्या हुआ
?" - रोशनी और अनिल साहनी लगभग एक साथ बोले । जान फ्रेडरिक के चेहरे पर लिखा था कि कोई भारी गड़बड़ हो गयी है |
"हावर्ड भाग गया है ।" - जान फ्रेडरिक जल्दी से बोला -
"पुलिस किसी भी क्षण यहां पहुंच सकती हैं
 
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